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Mehangai - Kailash Kher/Vijay Verma.lrc

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[00:00.00] 作词 : Turaz/Vijay Verma
[00:01.00] 作曲 : Turaz/Vijay Verma
[00:06.82]भैया देख लिया है बहुत तेरी सरदारी रे
[00:14.62]अब तो हमरी बारी रे ना...
[00:20.14]
[00:29.98]महंगाई की महामारी ने हमारा भट्टा बिठा दिया
[00:35.34]चले हटाने गरीबी, गरीबों को हटा दिया
[00:39.54]हां...
[00:40.14]मेहंगाई की महामारी ने हमारा भट्टा बिठा दिया
[00:45.46]चले हटाने गरीबी, गरीबों को हटा दिया
[00:50.46]
[00:50.50]सरबत की तरह देश को
[00:53.02]सरबत की तरह देश को गटका है गटगट
[00:57.86]आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
[01:03.14]सरबत की तरह देश को गटका है गटगट
[01:07.94]आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
[01:13.02]आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
[01:17.70]
[01:17.74]भैया देख लिया है बहुत तेरी सरदारी रे
[01:22.46]अब तो हमरी बारी रे ना...
[01:25.38]भैया देख लिया है बहुत तेरी सरदारी रे
[01:30.06]अब तो हमरी बारी रे ना...
[01:33.34]
[01:58.54]हम, बिरला हो या टाटा, अम्बानी हो या बता
[02:04.06]सबने अपने चक्कर में देस को ही काटा
[02:09.22]बिरला हो या टाटा, अम्बानी हो या बता
[02:14.18]सबने अपने चक्कर में देस को ही काटा
[02:18.62]
[02:18.66]अरे, हमरे ही खून से इनका
[02:21.50]हमरे ही खून से इनका इंजन चले धकाधक
[02:26.30]आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
[02:31.34]आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
[02:36.02]
[02:36.06]अब तो नहीं चलेगी तेरी ये रंगदारी रे
[02:40.78]अब तो हमरी बारी रे ना...
[02:43.58]अब तो नहीं चलेगी तेरी ये रंगदारी रे
[02:48.34]अब तो हमरी बारी रे ना...
[02:51.78]
[02:56.58]बजाओ भैया ढोलकी, बजाओ डुग्गा डुग्गी
[03:01.66]बजाओ भैया ढोलकी, बजाओ डुग्गा डुग्गी
[03:06.82]
[03:17.10]इनके कोर्ट कचहरी थाने करते झूठ किस पैमाने
[03:22.46]इनका बटाईदार कानून करता गाँव-गाँव में खून
[03:27.26]इनके कोर्ट कचहरी थाने करते झूठ किस पैमाने
[03:32.54]इनका बटाईदार कानून करता गाँव-गाँव में खून
[03:36.94]
[03:36.98]अरे, हल्वा समझ के घुस ये
[03:39.86]हलवा समझ के घुस ये खाते हैं गपा गप
[03:44.62]आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
[03:49.66]आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
[03:54.34]
[03:54.38]अब तो नहीं चलेगी तेरी थानेदारी रे
[03:59.10]अब तो हमरी बारी रे ना...
[04:01.98]अब तो नहीं चलेगी तेरी थानेदारी रे
[04:06.70]अब तो हमरी बारी रे ना...
[04:10.18]
[04:19.78]हम, घर बेच दो अपना या बेच दो सपना
[04:25.78]यह न देकर लेंगे, बस इतना याद रखना
[04:30.70]घर बेच दो अपना या बेच दो सपना
[04:35.94]यह न देकर लेंगे, बस इतना याद रखना
[04:40.10]
[04:40.14]अरे, हमरे ही खून से इनका
[04:42.98]हमरे ही खून से इनका इंजन चले धकाधक
[04:47.78]आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
[04:52.82]आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
[04:57.50]
[04:57.54]अब तो नहीं चलेगी तेरी ये रंगदारी रे
[05:02.26]अब तो हमरी बारी रे ना...
[05:05.10]अब तो नहीं चलेगी तेरी ये रंगदारी रे
[05:09.82]अब तो हमरी बारी रे ना...
[05:13.26]
[05:17.22]अरे आरा र र र र
[05:18.26]आरा र र र र र र
[05:19.30]आरा र र र र र र र र र लो...
[05:21.34]
[05:25.38]भैया देख लिया है बहुत तेरी सरदारी रे
[05:29.22]अब तो हमरी बारी रे ना!
[05:31.58]अब तो नहीं चलेगी तेरी ये रंगदारी रे
[05:35.46]अब तो हमरी बारी रे ना!
[05:37.82]अब तो नहीं चलेगी तेरी थानेदारी रे
[05:41.74]अब तो हमरी बारी रे ना...
[05:48.78]
文本歌词
作词 : Turaz/Vijay Verma
作曲 : Turaz/Vijay Verma
भैया देख लिया है बहुत तेरी सरदारी रे
अब तो हमरी बारी रे ना...
महंगाई की महामारी ने हमारा भट्टा बिठा दिया
चले हटाने गरीबी, गरीबों को हटा दिया
हां...
मेहंगाई की महामारी ने हमारा भट्टा बिठा दिया
चले हटाने गरीबी, गरीबों को हटा दिया
सरबत की तरह देश को
सरबत की तरह देश को गटका है गटगट
आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
सरबत की तरह देश को गटका है गटगट
आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
भैया देख लिया है बहुत तेरी सरदारी रे
अब तो हमरी बारी रे ना...
भैया देख लिया है बहुत तेरी सरदारी रे
अब तो हमरी बारी रे ना...
हम, बिरला हो या टाटा, अम्बानी हो या बता
सबने अपने चक्कर में देस को ही काटा
बिरला हो या टाटा, अम्बानी हो या बता
सबने अपने चक्कर में देस को ही काटा
अरे, हमरे ही खून से इनका
हमरे ही खून से इनका इंजन चले धकाधक
आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
अब तो नहीं चलेगी तेरी ये रंगदारी रे
अब तो हमरी बारी रे ना...
अब तो नहीं चलेगी तेरी ये रंगदारी रे
अब तो हमरी बारी रे ना...
बजाओ भैया ढोलकी, बजाओ डुग्गा डुग्गी
बजाओ भैया ढोलकी, बजाओ डुग्गा डुग्गी
इनके कोर्ट कचहरी थाने करते झूठ किस पैमाने
इनका बटाईदार कानून करता गाँव-गाँव में खून
इनके कोर्ट कचहरी थाने करते झूठ किस पैमाने
इनका बटाईदार कानून करता गाँव-गाँव में खून
अरे, हल्वा समझ के घुस ये
हलवा समझ के घुस ये खाते हैं गपा गप
आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
अब तो नहीं चलेगी तेरी थानेदारी रे
अब तो हमरी बारी रे ना...
अब तो नहीं चलेगी तेरी थानेदारी रे
अब तो हमरी बारी रे ना...
हम, घर बेच दो अपना या बेच दो सपना
यह न देकर लेंगे, बस इतना याद रखना
घर बेच दो अपना या बेच दो सपना
यह न देकर लेंगे, बस इतना याद रखना
अरे, हमरे ही खून से इनका
हमरे ही खून से इनका इंजन चले धकाधक
आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
आम आदमी की जेब हो गयी है सफ़ाचट
अब तो नहीं चलेगी तेरी ये रंगदारी रे
अब तो हमरी बारी रे ना...
अब तो नहीं चलेगी तेरी ये रंगदारी रे
अब तो हमरी बारी रे ना...
अरे आरा र र र र
आरा र र र र र र
आरा र र र र र र र र र लो...
भैया देख लिया है बहुत तेरी सरदारी रे
अब तो हमरी बारी रे ना!
अब तो नहीं चलेगी तेरी ये रंगदारी रे
अब तो हमरी बारी रे ना!
अब तो नहीं चलेगी तेरी थानेदारी रे
अब तो हमरी बारी रे ना...